Corona virus and mental disorder
कोरोना वायरस और मानसिक विकार
कोरोना वायरस और मानसिक विकार
क्या कोरोना वायरस के मानसिक तनाव से मानसिक विकार(Mansik vikar) के उत्पन्न होने की आशंका से आप भी ग्रसित तो नहीं हो रहे हैं।
मानसिक विकार क्या है?
क्या हम मानसिक विकार से ग्रसित हो चुके हैं
क्या कमजोर लोग ही मनोचिकित्सा करवाते हैं ?
क्या इस रोग से ग्रसित व्यक्ति नियन्त्रण में नहीं रह पाते ?
क्या मानसिक विकार होने का मतलब आप पागल हैं ?
या यह बीमारी संक्रामक होती है ?
अथवा ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से आप को भी यह बीमारी हो जाएगी ?
इस तरह के और कई अन्य सवाल आपके मन में होंगे । हम नीचे आप के लिए उनमें से कुछ के जवाब दे रहे हैं ।
आप सोच रहे हैं कि इस समय पूरी दुनियां इस मानसिक तनाव से गुजर रही है तो यह काफी हद तक ठीक तो है लेकिन यह भी भी सत्य है कि मानव जाति ने हमेशा ही जब भी विश्व में इस तरह की कोई भी माहमारी epidemic हुई है तो इसका भी चतुराई पूर्ण रूप से समाधान निकाला है।
मानसिक बीमारी के कारण
मानसिक विकार में शामिल विभिन्न कारण हैं । ये कारण हैं:
किसी प्रियजन की मौत , जुदाई , दुर्घटना, अलगाव, व्यापार में घाटा, बचपन के बुरे अनुभव , जॉब को लेकर चिंता , पैसे की कमी , काम का दबाव इन सभी सामाजिक कारणों की वजह से जो व्यक्ति मानसिक बीमारी के लिए बेहद संवेदनशील होते हैं , वे इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं । अतः आप देख सकते हैं कि मानसिक बीमारी के कारणों में वातावरणीय कारक ,बायोलॉजिकल कारक और मनोवैज्ञानिक कारक हो सकते हैं ।
इसका मतलब है कि मानसिक बीमारी के उपचार के लिए दवाएँ ही अकेले समस्या का समाधान नहीं कर सकती है। वे मरीज के न्यूरोट्रांसमीटर में हुए असंतुलन को नियंत्रण करने में मदद करती हैं , बाकी काम विभिन्न प्रकार की थेरेपी के द्वारा मनोवैज्ञानिक और सामाजिक स्तर पर किया जाता है । थेरपी व्यक्ति के अंदर के नकारात्मक विचारो को सकारात्मक विचारों में परिवर्तित कर उसे सशक्त बनाती है ।
परन्तु विडम्बना यह है कि,मानसिक विकार को लेकर काफी सारी भ्रांतियां फैली हुई हैं , हमें इसकी रोकथाम के लिए मिल जुल कर काम करना चाहिए। हम अभी भी मानसिक विकार के रोकथाम और उपचार पर पर्याप्त खर्च नहीं कर रहे हैं, और सामाजिक परिस्थितियों, गरीबी, शोषण और हिंसा जैसे अनुभवों से इसके और अधिक होने की संभावना है । पीड़ित व्यक्ति के साथ प्यार भरा व्यवहार ही इसकी रोकथाम की दिशा में पहला कदम होगा ।
मानसिक रोग से परेशान व्यक्ति को अपशब्द जैसे 'तुम पागल हो' या 'क्या तुम साइको हो' जैसे वाक्य बोल कर अपमानित नहीं करना चाहिए । हमें यह समझना होगा कि पीड़ित व्यक्ति किन संघर्ष के साथ जीवन को जीने की कोशिश कर रहा है । हमे उन लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए , क्योंकि वे खुद इस रोग के होने का कारण नहीं है, यह समाज उनकी इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है ।
Lockdown लॉकडाउन में नौकरी, ई एम आई और फीस से परेशानी।
इस तरह रखें अपने आप को टेंशन फ्री
*हंसने और मुस्कृराने से स्ट्रेस दूर होता है और नकारात्मक ख्याल नहीं आते।
*दोस्तों और करीबी लोगों से विडियो या वॉइस कॉल पर खूब बातें करें।
*सुबह की शुरूआत योग और ध्यान से करें। 30 मिनट का वबक्त निकालें।
*बर्तमान में रहना सीखें। ध्यान रखिए, आज बेहतर है तो कल भी बेहतर होगा।
*8 चंटे की नौंद जरूर लें। नींद पूरी न होने पर भी चिड़चिड़ापन होता है।
*जो भी प्यंद हो रोजाना वह काम जरूर करें। अच्छी किताबें, जीवनी, इतिहास
आदि पढ़े, गने सुने और हंसाने वाली फिल्में देखें।
*फ्संद के गाने पर डांस करना स्ट्रेस दूर करने का सबसे बेहतर उपाय है।
कोरोनो वायरस संक्रमण के लक्षण क्या हैं?
अंततः कोरोना वायरस के साथ हम सबको निम्नलिखित कारको के साथ ही सावधानी पूर्वक लड़ना होगा और इस पर काबू पाना होगा।
1 हमेशा प्रत्येक व्यक्ति से1मीटर की दूरी रखे।
2 दिन में जब भी कोई बाहरी संपर्क हो 20 सेकंड हैंड वाश करें।
3 हमेशा मास्क पहने।
2 दिन में जब भी कोई बाहरी संपर्क हो 20 सेकंड हैंड वाश करें।
3 हमेशा मास्क पहने।
जिन्हें खुद के संक्रमित होने का शक़ है उनके लिए सलाह
1 डोक्टर, फार्मेसी या अस्पताल जाने से बचे
2 अपने इलाके में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी से फोन पर या
ओनलाइन जानकारी लें
ओनलाइन जानकारी लें
3 आपको खुद को दूसरों से दूर रखने की सलाह दी जा
सकती है।
सकती है।
4 आपके बारे में जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य टीमों
के पास भेजी जा सकती हैं।
के पास भेजी जा सकती हैं।
5 कोविड 19 वायरस के लिए आपकी जांच की जा
सकती है
6 ज़रूरत पड़ने पर इॉक्टर या नर्स आपको क्या करना
चाहिए इसकी जानकारी देंगे
सकती है
6 ज़रूरत पड़ने पर इॉक्टर या नर्स आपको क्या करना
चाहिए इसकी जानकारी देंगे
अगर आप किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो
आपको कुछ दिनों के लिए ख़ुद को दूसरों से दूर रहने की सलाह
दी जा सकती है.
आपको कुछ दिनों के लिए ख़ुद को दूसरों से दूर रहने की सलाह
दी जा सकती है.
अधिक जानकारी के लिए संपर्क सूत्र:
COVID-19 Info Center
VIsit mygov.in
Staying Home Saves Lives
Stop the spread of the virus
• Distancing slows the spread of
COVID-19
• The virus spreads mainly through
coughs and sneezes
• You'll help protect essential
resources for the sickest patients
Source: who.int
Recognized Health Organizations
W H O
World Health Organization
UNICEF
for every child
Nonprofit Organization.
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